रुद्रप्रयाग/ विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ परिसर में आयोजित मुख्य सेवक भंडारा में श्रद्धालुओं को स्वयं प्रसाद वितरित कर भोजन परोसा। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी भी इस सेवा कार्य में सम्मिलित रहीं। अपने बीच मुख्यमंत्री को देखकर श्रद्धालु उत्साहित नजर आए।
भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केदारनाथ की स्वच्छता में लगे पर्यावरण मित्रों और पुनर्निर्माण कार्य में योगदान देने वाले कर्मियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ पहुंचे श्रद्धालुओं से मुलाकात कर चारधाम यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। श्रद्धालुओं ने यात्रा की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं, बद्रीनाथ कपाट 4 मई को खुलेंगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने याद दिलाया कि पिछले वर्ष क्षेत्र में आई आपदा के कारण यात्रा करीब 35 दिन बाधित रही थी, लेकिन राज्य सरकार व प्रशासन ने स्थानीय लोगों के सहयोग से यात्रा को पुनः संचालित कर ऐतिहासिक श्रद्धालु संख्या दर्ज की।
चारधाम यात्रा: राज्य की लाइफलाइन और आजीविका का स्रोत
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की जीवनरेखा है और लाखों लोगों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार यात्रा की निरंतर मॉनिटरिंग कर रही है और मार्गों पर मूलभूत सुविधाओं की स्थापना की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चारधाम यात्रा पूरे वर्ष चले। इसी उद्देश्य से शीतकालीन यात्रा की शुरुआत की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पहल को प्रोत्साहन दिया है और मुखवा, उत्तरकाशी में मां गंगा के दर्शन कर शीतकालीन यात्रा को बल प्रदान किया है।
पुनर्निर्माण कार्य में प्रधानमंत्री की सक्रिय भागीदारी
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण उनके नेतृत्व में हो रहा है। प्रधानमंत्री नियमित रूप से पुनर्निर्माण कार्य की समीक्षा करते हैं। धाम क्षेत्र में ₹2000 करोड़ की लागत से दिव्य और भव्य निर्माण कार्य जारी है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण को स्वीकृति प्रदान की है, जिससे भविष्य में यात्रा और भी सुगम हो सकेगी।