केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद की 15वीं वार्षिक बैठक स्वास्थ्य चिंतन शिविर के रूप में उत्तराखंड में शुक्रवार से शुरू हो गयी है। दो दिन तक चलने वाले इस शिविर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के साथ 22 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री समेत 266 प्रतिनिधि शामिल हुए। शिविर में दो दिनों में आठ सत्र आयोजित होंगे जिसमें स्वास्थ्य से जुड़े 12 विषयों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में विभिन्न राज्यों के 108 प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। स्वास्थ्य के क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान के लिए सभी मिलकर एक रोडमैप तैयार करेंगे।
उत्तराखंड में पहली बार केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद की वार्षिक बैठक देहरादून में हो रही है। शिविर के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ ही एनएचएम के एमडी, सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव और एनएचएम के एमडी भी शिरकत करने पहुंचे है। इस शिविर में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन, आयुष्मान भव: अभियान, जन स्वास्थ्य प्रबंधन, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, खसरा-रूबेला उन्मूलन कार्यक्रम, पीसीपीएनडीटी एक्ट, मेडिकल, नर्सिंग एवं एलाइड एजुकेशन, राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण योजना, डिस्ट्रिक्ट रेजीडेंट्सी कार्यक्रम और गैर संचारी रोग प्रबंधन पर चर्चा की जाएगी।