मौसम की बेरुखी और बादलों की अटखेलियों के बीच उम्मीद जतायी जा रही है कि सोमवार से शुरू होने वाले सप्ताह में मौसम के तेवर बदलेंगे। जिसे लेकर मौसम विभाग ने सोमवार रात से प्रदेश के सात जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई और अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने बताया कि सरकार, शासन, जिला प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने सोमवार रात से प्रदेश के सात जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी से अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। पिछले कई दिनों से मानसून की बेरुखी के बाद मंगलवार से देहरादून, टिहरी, पौड़ी,नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन सात जिलों में कल से लगातार तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। कुछ इलाकों में अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी से अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार से अगले तीन दिन सरकार, शासन, जिला प्रशासन के साथ ही आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहने की जरूरत है। नदियों, नालों के किनारे बसे लोगों के साथ ही भूस्खलन संभावित इलाकों में बसे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा दी गई भारी वर्षा की चेतावनी के दृष्टिगत सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को आपदा से संबंधित किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से हर स्तर पर सतर्कता बरती जाए, इस सम्बन्ध में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा है।