महिला क्रिकेट की महानतम खिलाड़ियों में से एक मिताली राज ने दो दशक लंबे शानदार करियर के बाद बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की। ट्विटर पर जारी अपने बयान में उन्होंने सभी को समर्थन और प्यार के लिए शुक्रिया कहा है।
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मिताली ने संन्यास की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘मैं भारत की नीली जर्सी पहनने की यात्रा पर निकली थी क्योंकि अपने देश का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान होता है। मैंने अपनी यात्रा में कई शीर्ष लम्हे देखे और कुछ मुश्किल दौर का भी सामना किया। इस हर लम्हे ने मुझे कुछ नया सिखाया और पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे संतोषजनक, चुनौतीपूर्ण और आनंददायक वर्ष रहे।’’
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उन्होंने लिखा, ‘‘पूरी यात्रा का आनंद लिया, इसका भी अंत होना ही था। आज वह दिन है जब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास लेती हूं।’’
26 अप्रैल 1999 को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरु किया था और ये सफ़र 23 साल बाद 8 जून को ख़त्म हुआ है जब मिताली ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है।
39 वर्षीय बल्लेबाज पहले ही टी20 प्रारूप से संन्यास ले चुकी है और मार्च में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में भारत का अभियान खत्म होने के बाद उनके संन्यास लेने की उम्मीद की जा रही थी।
महज़ 16 साल की उम्र में मिताली ने 26 जून 1999 को आयरलैंड के ख़िलाफ़ वनडे में डेब्यू किया और पहली ही पारी में नाबाद 114 रन बनाए। उनकी पारियों की बात करें तो 19 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ़ 214 रन बनाए थे। उस पारी ने उन्होंने देश की ही नहीं अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया था. ये टेस्ट में उनका अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है।
मिताली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 232 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में रिकॉर्ड 7805 रन बनाए। उन्होंने 12 टेस्ट और 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
39 साल की मिताली 6 वर्ल्ड कप खेल चुकी हैं। 2005 में जब भारत पहली बार वर्ल्ड कप में पहुंचा था तो मिताली उसका अहम हिस्सा थीं। मिताली ने पहली बार टीम की कप्तानी की थी और भारत उप विजेता रहा था।