उत्तराखंड में प्री मानसून की बारिश शुरू है जिससे मौसम के मिजाज में बदलाव आने लगा है और पहाड़ से मैदान तक बादल मंडराने के साथ बौछारों का दौर जारी है। प्रदेश में अगले कुछ दिन प्री-मानसून के बाद मौसम विभाग के मुताबिक 25 जून के बाद कभी भी मानसून सक्रिय हो सकता है।
देश में लगातार भीषण गर्मी से राहत देने वाली बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम का मिजाज बदलने से प्रदेश के तमाम मैदानी क्षेत्रों में लू का प्रकोप समाप्त हो गया है। वहीँ प्रदेश में प्री मानसून की दस्तक होने के कारण अब आने वाले दिनों में भी इसी तरह बारिश के बदस्तूर जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार ही राज्य के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जिससे मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी से राहत है और पहाड़ों में सुबह-शाम ठिठुरन महसूस की जा रही है।
उत्तराखंड में प्री मानसून की बारिश होने के बाद अब अगले कुछ दिन तक मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह प्रदेश के विभिन्न जिलों में 24 से 30 जून तक भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आने वाले तीन से चार दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तर प्रदेश पहुंचने की संभावना है। इसके बाद मानसून उत्तराखंड में प्रवेश कर जाएगा। मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना के अनुसार मानसून उत्तर अरेबिनयन सागर, गुजरात, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में व छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में आगामी चार दिनों में पहुंचेगा।
मौसम विभाग देहरादून के महानिदेशक बिक्रम सिंह बताते हैं कि अगले दो दिन प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में गर्जन के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। साथ ही निचले इलाकों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। अगले सप्ताह 27, 28 और 30 जून को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट किया गया है। इसी तरह 24 जून से 26 जून तक और 29 जून को कुमाऊं मंडल के चार जिलों नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट किया गया है।
मौसम विभाग देहरादून के महानिदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक खराब मौसम के चलते रास्ते भी प्रभावित हो सकते हैं, खासतौर पर चारधाम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।