हमारे देश मे भी ढीठ लोगो की कमी नही है, कोरोना इन दो सालों से कहर बरपा रहा है लाखों लोगों की जान चली गयी। कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों में बेड ऑक्सीजन तक की कमी पड़ गयी लेकिन लोगों ने तब भी कोई सबक नहीं लिया।जी हां कोरोना की दूसरी लहर फ़िलहाल तो शांत हो रही है, लेकिन ये तूफान के आने से पहले की शांति है क्योंकि लोगो की लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर में भारी पड़ सकती है। कोविड केस कम होते ही लोग बेपरवाह होकर घूमने निकल पड़े हैं। शिमला, मनाली, मुंबई और उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों की तस्वीरें इस लापरवाही की कहानी बखूबी बयां कर रही हैं।
इन स्थानों पर हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने और कोरोना नियमों का उल्लंघन करने पर केन्द्र सरकार ने चेताया है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, लोग अगर सावधानी नहीं बरतेंगे और कोरोना सम्त व्यवहार का पालन नहीं करेंगे तो छूट खत्म कर दी जाएगी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव कुमार अग्रवाल ने कहा लोगों के व्यवहार में बदलाव नहीं आया तो हालात बिगड़ सकते हैं। संक्रमण कम हुआ है, खत्म नहीं। एक ऑनलाइन सर्वे का हवाला देते हुए उन्होंने कहा 87 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया है कि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन सही ढंग से नहीं हो रहा है। 83 फीसदी ने यह भी स्वीकार किया है कि यात्रा के दौरान नियमों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।