बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल केदारनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ देश विदेश के भक्तों के दर्शनार्थ आज सुबह 6:20 पर खोल दिए गए। कपाट खुलने के मौके पर बाबा केदार के दर पर आस्था का ‘सैलाब’ उमड़ा. इस दौरान केदारघाटी नमो-नमो के जयकारों से गूंज उठी। इसके बाद ग्रीष्मकाल के लिए केदारनाथ के दर्शन शुरू हो गए। श्रद्धालु अब अगले 6 महीने केदारनाथ में बाबा के दर्शन करेंगे। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को सुबह 6:10 बजे खोले जाएंगे।
Doors of Kedarnath Dham open to pilgrims
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— ANI Digital (@ani_digital) April 25, 2023
कपाटोद्घाटन के शुभ अवसर पर केदारनाथ मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। करीब 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कपाटोद्घाटन की पावन बेला के साक्षी बने। मंदिर का द्वार खोलते हुए केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग एवं मुख्य पुजारी शिवलिंग ने मंदिर के अंदर प्रवेश किया। मुख्य पुजारी शिवलिंग ने गर्भगृह में भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। कपाट खुलते ही धाम महादेव के जयकारों से गूंज उठा। गायक रूप कुमार राठौर और सुनाली राठौर की भजन प्रस्तुति दी।
#WATCH | Uttarakhand: The portals of Kedarnath Dham are set to open. The temple is decorated with 20 quintal flowers. Thousands of pilgrims are present in Kedarnath Dham during the opening of the portals. pic.twitter.com/TQSv3FeDe4
— ANI (@ANI) April 25, 2023
केदारनाथ धाम में आगामी कुछ दिनों तक मौसम खराब रहने की चेतावनी दी गयी है। बीते एक सप्ताह से लगातार बर्फबारी के चलते धाम में दो से ढाई फीट बर्फ जमी हुई है। सोमवार को भी रुक-रुककर हल्की बर्फबारी होती रही। पैदल मार्ग के पांच किमी हिस्से में लिनचोली से केदारनाथ के बीच भी बर्फ जमी हुई है और भैरव गदेरा, लिनचोली व रुद्रा प्वाइंट में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है। बर्फबारी के चलते केदारपुरी में न्यूनतम तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ जा रहा है। बावजूद इसके बाबा के दर्शन को पहुंचने वालों का उत्साह देखते ही बनता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कपाट खुलने के मौके पर केदारनाथ धाम पहुंचना था। लेकिन बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने के कारण वे धाम नहीं पहुंच पाए। इसके बाद मौसम ठीक होते ही सीएम केदारनाथ मंदिर पहुचे और पूजा-अर्चना की।
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने यात्रियों की सहायता के लिए पांच पड़ाव बनाए हैं। ये पड़ाव केदारनाथ, लिनचोली, सोनप्रयाग, अगस्त्यमुनि और रतूड़ा में बनाए गए हैं। हर पड़ाव में दो-दो दल तैनात किए गए हैं। केदारनाथ में श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल रिलीफ पोस्ट तैयार की गयी है। यात्रा मार्गों पर 130 डॉक्टरों की टीम तैनात है। डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं में भी उचित प्रबंध किया गया है। हेल्थ एटीएम भी यात्रियों के लिए लगाए गए हैं।