टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मलेथा, जिला टिहरी गढ़वाल में वीर शिरोमणि माधो सिंह भंडारी स्मृति मेले का भव्य शुभारंभ किया। पांच दिवसीय राजकीय औद्योगिक कृषि विकास मेला के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर और वीर योद्धा माधो सिंह भंडारी के योगदान को स्मरण किया।
वीर योद्धा को श्रद्धांजलि—
मुख्यमंत्री ने मलेथा में स्थित माधो सिंह भंडारी के स्मारक में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके द्वारा निर्मित ऐतिहासिक गूल का अवलोकन कर नमन किया। उन्होंने कहा, “माधो सिंह भंडारी ने यह सिद्ध किया कि सच्चा शौर्य और पराक्रम केवल शक्ति में नहीं, बल्कि समाज के प्रति सेवा और समर्पण में निहित होता है। उनका जीवन समाज के प्रति अदम्य साहस और योगदान का प्रतीक है।”
सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का प्रयास—
मुख्यमंत्री ने मेले के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और नई पीढ़ी को हमारे वीर नायकों की गौरवगाथा से परिचित कराने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने क्षेत्र के गौरवशाली इतिहास और माधो सिंह भंडारी के आदर्शों से प्रेरणा लेने की अपील की।
कार्यक्रम की झलकियां—
- मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टालों का निरीक्षण किया और मेले में लगाए गए विभिन्न स्टालों को सराहा।
- एनसीसी कैडेट्स और स्कूलों द्वारा निकाली गई मार्च पास्ट रैली को सलामी दी।
- बड़ी संख्या में उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने वीर माधो सिंह भंडारी के अद्वितीय पराक्रम और अविस्मरणीय योगदान का स्मरण किया।
माधो सिंह भंडारी: प्रेरणा का स्रोत—
मुख्यमंत्री ने कहा कि माधो सिंह भंडारी ने अपने साहस और दूरदर्शिता से समाज के लिए जो कार्य किए, वे आज भी प्रेरणादायक हैं। उनकी “गूल” (पानी की नहर) के निर्माण का कार्य आज भी उनके दृष्टिकोण और समाज सेवा का जीवंत प्रमाण है।
नव पीढ़ी के लिए संदेश—
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों और युवाओं से अपील की कि वे महान योद्धाओं के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं। ऐसे मेले न केवल संस्कृति और परंपरा के प्रति सम्मान को बढ़ाते हैं, बल्कि समाज के लिए योगदान करने की भावना भी जगाते हैं।
यह मेला न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगा बल्कि संस्कृति और परंपरा को नई पहचान भी प्रदान करेगा।