अनलॉक-3 खत्म होने को है, ऐसे में केन्द्र सरकार अनलॉक-4 की गाइडलाइन तैयार करने में जुटी है। अनलॉक के 3 चरण पूरे होने को हैं, लेकिन केन्द्र सरकार के सामने आज भी सबसे बड़ी चुनौती स्कूलों को खोलने की है। बढ़ते कोरोना मामलों व अभिभावकों की चिंताओं को देखते हुए सरकार स्कूल खोलने पर असमंजस में है। माना जा रहा है कि चौथे अनलॉक गाइडलाइंस में केंद्र सरकार राज्यों की मर्जी के अनुसार स्कूल खोलने की इजाजत दे सकती है।
केंद्र सरकार अनलॉक-4 में कई प्रतिबंधों के साथ 1 सितंबर से 14 नवंबर के बीच स्कूल खोलने लिए गाइडलाइंस की तैयारी कर रही है। योजना पर सचिवों के समूह और हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन से इस बारे में चर्चा हो चुकी है। बताया जा रहा है कि अनलॉक-4 गाइडलाइंस के दौरान इस बारे में जानकारी दी जाएगी। बैठक के हिस्सा रहे एक अधिकारी ने बताया कि जिन राज्यों में कोरोना के केस कम हैं, उन्होंने सीनियर क्लासेज के स्कूल खोलने की इच्छा जताई है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र की गाइडलाइंस में स्कूल खोलने का अंतिम निर्णय राज्यों पर छोड़ा जा सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राज्य में जब तक कोरोना पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं हो जाएगा तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि अन्य चीजों को खोलने का फैसला केंद्र के गाइडलाइंस के बाद किया जाएगा।
आंध्र सरकार के स्कूल खोलने की तैयारी की खबरों पर पैरंट्स ने विरोध किया है। बता दें कि राज्य की वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने 5 सितंबर से स्कूल खोलने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। उत्तरपूर्व के राज्यों मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड में कोरोना के ऐक्टिव केस कम हैं। ऐसे में ये राज्य स्कूलों को खोलने का फैसला कर सकते हैं। खास बात ये है कि इन राज्यों में कोरोना के केसों में भी कमी आ रही है। ऐसे में नई गाइडलाइंस के तहत यहां स्कूल खोले जा सकते हैं।
पहाड़ी राज्य हिमांचल प्रदेश में कोविड-19 के केसों की संख्या कम है। हिमाचल प्रदेश प्रतिबंधों के साथ स्कूल खोलने की पहल कर सकता है। हालांकि अभी कुछ भी तय नहीं है।
उत्तराखंड में भी खुलेंगे सीनियर स्कूल ? सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड ने भी सीनियर क्लास के बच्चों के स्कूल खोलने को लेकर पहल की है। केंद्र का मानना है कि वह ऐसे राज्यों को स्कूल खोलने की अनुशंसा कर सकती है लेकिन राज्यों को बच्चों के माता-पिता और स्कूल मैनेजमेंट से बात करके ही कोई फैसला करना होगा। बता दें कि राज्य में 4,749 ऐक्टिव कोरोना के केस हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय और हेल्थ मिनिस्टरी की प्रस्तावित गाइडलाइंस के अनुसार स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने को लेकर सहमति बनी है। पहले 15 दिन 10वीं और 12वीं के छात्र को स्कूल आने के लिए कहा जाएगा। इसी प्रकार से अलग-अलग सेक्शन के छात्रों अलग-अलग दिन आने को कहा जाएगा। सभी स्कूल सुबह 8 से 11 बजे और दोपहर के 12 बजे से 3 बजे के बीच ही खुलेंगे। इसके बीच एक घंटे का ब्रेक होगा, जिसमें स्कूल को सेनेटाइज किया जाएगा।
सरकार अनलॉक-4 में प्री-प्राइमरी और प्राइमरी स्कूल नहीं खोलेगी। यहां पहले की तरह ही ऑनलाइन क्लासेज चलती रहेंगी।
महत्वपूर्ण बात यह है कि स्कूलों को लेकर चलने वाली इस कवायद पर केंद्र, राज्य सरकार,अभिवावकों और स्कूलों के बीच अनिश्चय की स्थिति लगातार बनी हुई है वे अभी तक निर्णय नही ले पा रहे हैं कि इस समस्या से कैसे पार पाया जाएगा।