उत्तराखंड को रेल परियोजनाओं के लिए 5131 करोड़ रुपए का बजट मिला, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट में आएगी तेजी

Spread the love

उत्तराखंड को केंद्रीय बजट से बड़ी सौगात मिली है, केंद्र सरकार के बजट में इसका प्रावधान किया गया है। उत्तराखंड को रेल परियोजनाओं के लिए वर्ष 2024-25 के लिए 5131 करोड़ रुपए का बजट मिला है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह जानकारी दी है।

चित्र – ओम जोशी

उत्तराखंड के लिहाज से केंद्र सरकार के बजट में सबसे बड़ी राहत आपदा प्रबंधन के रूप में नजर आ रही है। केंद्रीय बजट में प्रदेश में आपदा के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। जोशीमठ में भू धसाव के चलते प्रभावितों के पुनर्वास और आपदा प्रबंधन के अन्य कार्यों के लिए उत्तराखंड सरकार ने बजट में 1,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। अब केंद्रीय बजट में उत्तराखंड के लिए व्यवस्था कर दिए जाने के बाद इस राशि को जुटाने के लिए राज्य सरकार को खास मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।

चित्र – दीवान मनराल 

उत्तराखंड को इस बार रेल बजट से विभिन्न परियोजनाओं के लिए 5131 करोड़ का बजट मिलेगा। जिससे ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे प्रोजेक्ट को पंख लगेंगे तो वहीं रेलवे का जाल बिछाने में मदद मिलेगी। उत्तराखंड रेलवे बजट को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विभिन्न मीडिया संस्थानों से वर्चुअली सवाल जवाब में बताया।

चित्र – ओम जोशी

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम शिव व शक्ति टनल बोरिंग मशीन की मदद से जून 2026 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें 213 किमी की सुरंगें हैं, जिसमें से अभी 171 किमी का कार्य पूरा हो चुका है, बाकी का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में सुरंगें बनाने के लिए जिन दो टीबीएम यानी टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है उनका नाम ‘शिव’ और ‘शक्ति’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का कार्य 2026 के मध्य तक पूरा हो जाएगा।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

बता दें कि उत्तराखंड में साल 2014 से 2024 तक 69 किमी के नए रेल ट्रेक बिछाए गए हैं। साथ ही इस दौरान 303 किमी की रेल लाइनों को इलेक्ट्रीफाइड भी किया गया है। आज प्रदेश की हर रेलवे लाइन बिजली युक्त है. इसके अलावा उत्तराखंड में 70 रेलवे ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है। मंत्री वैष्णव ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार जंक्शन, हर्रावाला, काशीपुर जंक्शन, काठगोदाम, किच्छा, कोटद्वार, लालकुआं जंक्शन, रामनगर, रुड़की और टनकपुर सहित 11 स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाएगा।


Spread the love