बैसाखी के मौके पर आज हरकी पैड़ी पर पर आस्था का सैलाब उमड़ आया है। देशभर से स्नानार्थी बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन और पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
बैसाख को नववर्ष की शुरुआत के तौर पर भी माना जाता है और यह साल का पहला स्नान माना जाता है। हिंदू इस दिन पर सदानीरा में स्नान कर भोग लगा और पूजा करके मनाते हैं। मान्यता है कि हजारों साल पहले देवी गंगा इसी दिन धरती पर उतरी थीं। उन्हीं के सम्मान में हिंदू धर्मावलंबी पारंपरिक पवित्र स्नान के लिए गंगा किनारे एकत्र होते हैं।
ज्योतिषीय आधार पर माना जाता है कि जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है तो मेष संक्रांति होती है। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक इस दिन पवित्र नदियों के जल में स्नान करने मात्र से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं। इस दिन लोग दूर- दूर से आकर पवित्र नदियों के जल में स्नान और मंदिरों में पूजा-अर्चना करके भगवान से परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं।