कोरोना संक्रमण के कारण दो साल से बंद कावड़ यात्रा शुरू होते ही कांवड़ियों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। धर्मनगरी हरिद्वार बम-बम भोले से जयकारों से गूंज रही है। श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी जारी है। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर आज रविवार से पुलिस का रूट डायवर्ट प्लान लागू हो जाएगा वहीं बढ़ती भीड़ को देखते हुए हरिद्वार जिले में 20 से 26 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या देखते हुए शासन-प्रशासन अलर्ट मूड में दिखाई देने लगा है। इसे लेकर डीआईजी गढ़वाल और एसएसपी ने कोर कॉलेज से लेकर नारसन व भगवानपुर तक बाईपास का निरीक्षण किया। साथ ही अधीनस्थों को ड्यूटी प्वाइंट निर्धारित कर चेकिंग के निर्देश दिए। कांवड़ यात्रा में पुलिस-प्रशासन का सबसे अधिक ध्यान यातायात प्लान पर है। माना जा रहा है कि करोड़ों की संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेने आएंगे। इसी को देखते हुए पुलिस अधिकारी यातायात प्लान पर पैनी नजर रख रहे हैं।
कांवड़ यात्रा में भीड़ को देखते हुए रविवार से ही रूट डायवर्ट प्लान लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। योजना के अनुसार, दिल्ली, मेरठ, राजस्थान आदि प्रदेशों की ओर से आने वाले वाहन मंगलौर हाईवे बाईपास से नगला इमरती से लंढौरा और लक्सर की ओर डायवर्ट कर हरिद्वार भेजे जाएंगे। लक्सर और अन्य क्षेत्रों से रुड़की पहुंचने वाले वाहनों को लंढौरा-मंगलौर मार्ग से गुजारा जाएगा। पुलिस का ध्यान विशेषकर मंगलौर बाईपास और कांवड़ पटरी पर है।
पुलिस-प्रशासन के अनुसार मेले के पहले तीन दिनों में अब तक 12 लाख 85 हजार यात्री गंगाजल लेकर वापस प्रस्थान कर चुके हैं, जबकि शनिवार को हरिद्वार पहुंचने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या करीब 15 लाख रही। इसी को देखते हुए अब हरिद्वार जिले में 20 से 26 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने हरिद्वार जिले की सभी शिक्षण संस्थानों को 20 जुलाई से 26 जुलाई तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। इसमें सरकारी, गैर सरकारी, अर्द्ध सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं शामिल हैं। यह आदेश आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी लागू होगा। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय भी इस आदेश की परिधि में आएंगे। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि आदेश का पालन अनिवार्य है और पालन ना करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।