केदारनाथ घाटी में भारी बारिश और भूस्खलन ने जमकर कहर बरपाया है, भूस्खलन की घटना के तीन दिन बाद लिनचोली में मलबे में दबे दो शव बरामद हुए हैं। अतिवृष्टि के बाद से डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों व कुछ स्थानीय लोगों का तीसरे दिन भी अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। अभी भी सात सौ से अधिक यात्रियों का रेस्क्यू किया जाना है यह सभी यात्री केदारनाथ धाम में ही फंसे हुए हैं। जिला प्रशासन की टीम के साथ एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान चलाए हुई है। इसी कड़ी में आज लिंचोली से कबी 150 लोगों को हेली से सिरसी हेलीपैड भेजा गया। जिला पुलिस व जिला प्रशासन के स्तर से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज प्रातः काल शासकीय आवास से रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से वर्चुअली बात कर आपदा संबंधित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। pic.twitter.com/27pDy8m4KY
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 3, 2024
केदारनाथ में आई आपदा के बाद से तीसरे दिन भी रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने की घटना के बाद से पुलिस कंट्रोल रूम में अब तक डेढ़ सौ से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं, जिनका अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो रहा है। अब तक 6,980 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है। पुलिस का कहना है कि शनिवार तक रेस्क्यू कार्य पूरा होने की उम्मीद है। रेस्क्यू होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी कि वास्तविक कितने मिसिंग है या नहीं। बता दें कि केदारनाथ में संचार सेवा ठप होने से मोबाइल सेवा बंद पड़ी है, वहीं बड़ी संख्या में यात्री जंगलों के रास्ते चौमासी पहुंच रहे हैं, इस रास्ते में भी मोबाइल सेवा नहीं है।
Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami is continuously monitoring the relief and rescue operations in the disaster-affected areas of the state. The CM called Secretary Home Shailesh Bagoli, Director General of Police Abhinav Kumar and Commissioner Garhwal Vinay Shankar… pic.twitter.com/RUfO1Zlevo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2024
रेस्क्यू स्थल थारू कैंप के पास पत्थरों में दबे एक शव को निकाला गया है। जिसके पास से दो मोबाइल व अन्य सामग्री प्राप्त हुई है। शव की पहचान शुभम कश्यप निवासी सहारनपुर के रूप में हुई है। शव व प्राप्त सामग्री को चौकी लिंचोली के सुपुर्द किया गया है। रेस्क्यू टीम द्वारा मिसिंग की तलाश को लेकर लिंचोली, भीमबली, गौरीकुंड, थारू कैंप, छोटी लिंचोली में सर्चिंग की जा रही है। सर्चिंग के दौरान थारू कैंप में एक मोबाइल प्राप्त हुआ, जिसे चौकी लिंचोली के सुपुर्द कर दिया गाया है।
In view of heavy rains in Kedarghati, on the request of Chief Minister Pushkar Singh Dhami, the work of rescuing the pilgrims stranded in the extreme Kedarnath Yatra route in Kedarghati by MI-17 and Chinook helicopters provided by the Central Government and taking the passengers… pic.twitter.com/08l0iZIAUK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 2, 2024
अतिवृष्टि के बाद से डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों व कुछ स्थानीय लोगों का तीसरे दिन भी अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया है। परिवार जनों से संपर्क ना हो पाने का कारण यह भी है कि मौसम खराब होने व नेटवर्क की समस्या के चलते यह समस्या बनी हुई है। अभी भी सात सौ से अधिक यात्रियों का रेस्क्यू किया जाना है यह सभी यात्री केदारनाथ धाम में ही फंसे हुए हैं। पुलिस का कहना है कि शनिवार तक रेस्क्यू कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
पुलिस अधीक्षक,रुद्रप्रयाग डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 31 जुलाई 2024 की रात्रि को श्री केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग अतिवृष्टि के चलते हुए भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसके उपरांत पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार रेस्क्यू अभियान… pic.twitter.com/zpXZ0K6v54
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 3, 2024
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ. विशाखा अशोक भदाणे के अनुसार केदारनाथ धाम यात्रा पैदल मार्ग अतिवृष्टि के चलते हुए भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग काफी स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। काफी लोगों का बारिश के चलते व नेटवर्क न रहने के कारण उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था, इनमें से रेस्क्यू के उपरांत काफी लोगों का उनके परिजनों से संपर्क हो गया है। अधिकांश लोग अपने घर सकुशल पहुंच भी गए हैं। उन्होंने कहा कि जितने भी लोगों की सूचना पुलिस के पास है, लगभग सभी अपने घरों को पहुंच गए हैं। अगर आपका परिजनों से संपर्क नहीं हो रहा है तो पुलिस से जरूर संपर्क करें।
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर आपदाग्रस्त क्षेत्र भीमबली में यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। साथ ही यात्रियों को सुरक्षित निकालने हेतु हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। pic.twitter.com/pl643CVTQz
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 2, 2024
विभिन्न पड़ावों पर फंसे हुए तीर्थ यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन सहित अन्य सुरक्षा बल लगातार कार्य कर रहे हैं। शनिवार को लगातार तीसरे दिन रेस्क्यू एवं राहत कार्यों के तहत भीमबली सहित अन्य स्थानों पर जिला प्रशासन एवं खाद्य विभाग द्वारा फूड पैकेट का वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा जीएमवीएन द्वारा केदारनाथ सहित अन्य स्थानों पर फंसे लोगों के लिए भोजन व्यवस्था भी की गई है।
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 01364-233727, 2331077, 297878, 297879, 233387, 7579257572, 8958757335, 8078687829, 7579104738 जारी किया है।