देहरादून/ उत्तराखंडवासियों के लिए एक बड़ी सौगात सामने आई है। देवबंद-रुड़की नई रेलवे लाइन परियोजना के 29.55 किलोमीटर लंबे खंड को रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की स्वीकृति मिल गई है। इस रूट पर हाल ही में 122 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफल स्पीड ट्रायल किया गया, जिससे इस खंड की गुणवत्ता और क्षमता का प्रमाण मिला।
इस परियोजना के पूरा होने से दिल्ली और देहरादून के बीच रेल यात्रा की दूरी लगभग 40 किलोमीटर तक घट जाएगी। इससे यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों को तेज़, सुविधाजनक व आधुनिक रेल सेवा का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया आभार
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताते हुए कहा, “यह परियोजना उत्तराखंड के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगी। पर्यटन, रोजगार और व्यापार के क्षेत्र में इससे अभूतपूर्व लाभ मिलेगा।”
सीएम धामी ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। उत्तराखंड में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता रही है, और देवबंद-रुड़की रेल लाइन उसी दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मैं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भी विशेष धन्यवाद करता हूं, जिनके मार्गदर्शन में यह परियोजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है।”
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
नई रेलवे लाइन के चालू होने से न केवल राज्य के भीतर यात्रा सुगम होगी, बल्कि राज्य के बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों को भी आसानी होगी। यह रेलमार्ग पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच संपर्क को और मज़बूत करेगा, जिससे व्यापारिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
रेल मंत्रालय और उत्तराखंड सरकार की इस संयुक्त पहल से यह साफ है कि राज्य को रेल कनेक्टिविटी के लिहाज से अगले कुछ वर्षों में नई ऊंचाइयों तक ले जाने का लक्ष्य तय किया गया है।